पंजाब सरकार का भ्रष्टाचार विरोधी अभियान: डिप्टी कमिश्नर ने सब-रजिस्ट्रार दफ्तर का किया औचक निरीक्ष
– तहसीलों में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पर जोर
– निर्विघ्न प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित करने के लिए एस.डी.एम. की तहसीलों में जांच
– सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए जनता से फीडबैक
जालंधर, 24 फरवरी: पंजाब सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान को आगे बढ़ाते हुए डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने आज सब-रजिस्ट्रार दफ्तर जालंधर का अचानक निरीक्षण किया। यह दौरा जमीन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने और आवेदकों को निर्बाध सेवाएं देने के उद्देश्य से किया गया। अभियान के तहत एस.डी.एम. ने संबंधित तहसीलों की भी जांच की।
डिप्टी कमिश्नर ने तहसीलों में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पर जोर देते हुए सब-रजिस्ट्रारों को जायदाद रजिस्ट्रेशन में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार पहले ही भ्रष्टाचार के खिलाफ युद्ध छेड़ चुकी है। इसलिए अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आवेदकों को तहसीलों में जायदाद रजिस्ट्रेशन के दौरान किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
ऑनलाइन अपॉइंटमेंट प्रणाली से मिलेगी राहत
डॉ. अग्रवाल ने सब-रजिस्ट्रारों को निर्देश दिया कि रजिस्ट्रेशन के लिए आने वाले लोगों को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अब रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया ऑनलाइन अपॉइंटमेंट-आधारित प्रणाली के माध्यम से की जा रही है। इससे आवेदकों को लंबी प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ती और उनकी शिकायतें कम हुई हैं।
जनता के साथ सीधा संवाद, सेवाओं में सुधार के निर्देश
डिप्टी कमिश्नर ने रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के संबंध में फीडबैक लेने के लिए जनता से सीधा संवाद किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रजिस्ट्रेशन दफ्तरों में बैठने की पर्याप्त व्यवस्था, पीने के पानी की सुविधा और आरामदायक प्रतीक्षा क्षेत्र सुनिश्चित किए जाएं।
उन्होंने नागरिकों से अपील की कि अगर उन्हें जमीन रजिस्ट्रेशन से संबंधित कोई समस्या हो तो वे सीधे डिप्टी कमिश्नर दफ्तर में शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इससे प्रशासन को समय रहते समस्याओं का समाधान करने में मदद मिलेगी।
तहसीलों में अचानक निरीक्षण, एस.डी.एम. की सख्त जांच
डिप्टी कमिश्नर के निर्देश पर एस.डी.एम.-1 रणदीप सिंह हीर, एस.डी.एम.-2 बलबीर राज सिंह, एस.डी.एम. विवेक मोदी (आदमपुर), एस.डी.एम. फिल्लौर अमनपाल सिंह, एस.डी.एम. शाहकोट शुभी आंगरा और एस.डी.एम. नकोदर लाल विश्वास बैंस ने भी अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में तहसीलों में अचानक निरीक्षण किया।
इन जांचों का मुख्य उद्देश्य भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना, प्रक्रियाओं में पारदर्शिता लाना और जनता को सुविधाजनक सेवाएं उपलब्ध कराना था। प्रशासन की ओर से भविष्य में भी इस तरह के औचक निरीक्षण जारी रखने का संकेत दिया गया है ताकि नागरिकों को बेहतरीन सेवाएं सुनिश्चित की जा सकें।